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20 + Best Makar Sankranti Wishes in Hindi | Hindistatus60.blogspot.com

 


चिक्की की खुशबू, लड्डू की बहार 
उत्तरायण का त्योहार आने को तैयार 
थोड़ी सी मस्ती, थोड़ा सा प्यार मुबारक हो आपको 
मकर संक्रांति का त्योहार



काट ना सके कभी कोई पतंग आप की

 टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की 

छु लो आप जिंदगी की सारी कामयाबी 

जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की


काट ना सके कभी कोई पतंग आप की,

 टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की,

 छु लो आप जिंदगी की सारी कामयाबी 

जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की



काट ना सके कभी कोई पतंग आप की,

टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की,

छु लो आप जिंदगी की सारी कामयाबी

जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की




पुराना साल जाता है नया साल आता है 

साथ अपने संक्रांति की खुशियां लाता है 

भगवान आप को वो खुशियां दे जो आप का दिल चाहता है


 

कागज अपनी किस्मत से उड़ती है, 

और पतंग अपनी काबिलियत से 

इसलिए किसमत साथ दे या ना दे 

पर काबिलियत हमेशा साथ देती 

काबिल बनो… 
कामयाबी झक मारके पीछे दौड़ेगी…



ठण्ड की एक सुबह पड़ेगा हमे नहाना

 क्यों की संक्रांति का पर्व कर देगा मौसम सुहाना 

कही पतंग कही दही चुरा कही खिचड़ी सब कुछ का है

 मिल कर ख़ुशी मनना




बिन बादल बरसात नहीं होती, 

सूरज के उगे बिना दिन की शुरुआत नहीं होती!

 हम जानते है हमारे बिना विश की आप की 

कोई त्यौहार शुरुआत नहीं होती


 

पल पल सुनहरे फूल खिले, 

कभी न हो काँटों से सामना,

 जिंदगी आपकी खुशियो से भरी रहे, 

यही है संक्रांति पर हमारी शुभकामना



देख भाई… प्यार में गिरना 

लेकिन छत पर से मत गिरना

 हड्डीयाँ टूटने पर बहोत ही दर्द होता है

… Happy and Safe Makar Sankranti



तन में मस्ती, मन में उमंग, 

चलो आकाश में डाले रंग, 

हो जाये सब संग-संग, 

उड़ाये पतंग ! Happy Uttarayan




मुंगफली की खुश्बु और गुड़ की मिठास, 

दिलों में खुशी और अपनो का प्यार, 

मुबारक हो आपको मकर संक्रांति का त्योंहार





इस उत्तरायण ध्यान रखे, 

आपके दो पल की मजा ना बन जाये,

इन बेगुनाहों की सजा.

Please… Save bird.Happy Uttrayan…

Happpy Makar Sankranti




इस संक्रांति में हमें, काम, 

क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार जैसे

 पतंगों को भी काटने चाहिए…





तुम क्या जानो ग़म क्या होता है, बाबु…

 तूमने तो हमेशा चावल से ही फटे 

पतंग को चिपकाया है…



खुले आसमा में जमी से बात न करो 

ज़ी लो ज़िंदगी ख़ुशी की आस न करो 

हर त्यौहार में कम से कम हमे न भुला करो

 फ़ोन से न सही मैसेज से ही संक्राति विश किया करो




दिल में है छायी मस्ती 

मन में भरी है उमंग

 उड़ती हैं पतंगें रंग बिरंगी 

आसमान में छाया मकर संक्रांति का रंग





पतंगों का नशा, मांझे की धार सर्दी की मार,

 दिल है बेक़रार मुबारक हो आपको 
पतंगों का त्यौहार



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